Veer Savarkar Unrecognized Sacrifices
An article would be uploaded on the "Great Personality Shri Vir Savarkar" soon.
Homage paid to Vir Savarkar by Indian PM Shri Narendra Modi.
Above video is of Shri Veer Savarkar's ordeal during his Andaman prison days revealed through this rare video released by British.
Veer Savarkar meeting with Mahatma Gandhi...
Shri Atal ji from the bottom of his heart expressing Shri Savarkar and his greatness...
- विश्व के एकमात्र तीन सगे भाई जो अपने देश की आजादी के लिए 12 सालों से ज्यादा समय तक जेल में रहे .... (उस मां को नमन जिसने ऐसे 3 महान सपूतों को जन्म दिया, 'नारायण राव सावरकर', 'गणेश राव सावरकर', 'विनायक दामोदर सावरकर' ।)
- सावरकर विश्व के एकमात्र व्यक्ति थे जिन्होंने बैरिस्टर की पूरी पढ़ाई करने के बाद पूरा एग्जाम देने के बाद भी अंग्रेजों ने उन्हें बैरिस्टर की डिग्री नहीं दी ... (सोचिए अंग्रेजो ने जवाहरलाल नेहरू से लेकर सबको बैरिस्टर की डिग्री दी सिर्फ विनायक दामोदर सावरकर को बैरिस्टर की डिग्री नहीं दिया गया)
- 'विनायक दामोदर सावरकर' विश्व के एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें ब्रिटिश सरकार ने बकायदा राजपत्र निकाल कर उन्हें ब्रिटिश साम्राज्य का सबसे खतरनाक दुश्मन घोषित किया था ।
- 'विनायक दामोदर सावरकर' विश्व के एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिनकी किताब जो 1857 की क्रांति पर लिखी थी उसे पूरा लिखने व प्रकाशित होने के पहले ही अंग्रेजों ने प्रतिबंधित कर दिया था
- 'विनायक दामोदर सावरकर' विश्व के एकमात्र ऐसे क्रांतिकारी थे जिन्होंने अपने देश की आजादी के लिए सर्वोच्च निछावर करने और 14 वर्षों तक काले पानी की सजा भुगतने के बाद भी आजादी के बाद उन्हें आजाद देश की सरकार ने ना कोई सम्मान दिया बल्कि उन्हें आजादी के बाद भी जेल में जाना पड़ा ।
-सावरकर भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के केन्द्र लंदन में उसके विरुद्ध क्रांतिकारी आंदोलन संगठित किया था।
-सावरकर भारत के एकमात्र स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्हें ब्रिटिश हुकूमत ने कालापानी में दो आजीवन कारावास की सजा दी थी
-सावरकर भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने सन् 1905 के बंग-भंग के बाद सन् 1906 में 'स्वदेशी' का नारा दे, विदेशी कपड़ों की होली जलाई थी।
-सावरकर भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्हें अपने विचारों के कारण बैरिस्टर की डिग्री खोनी पड़ी।
-सावरकर पहले भारतीय थे जिन्होंने पूर्ण स्वतंत्रता की मांग की।
-सावरकर भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने सन् 1857 की लड़ाई को भारत का 'स्वाधीनता संग्राम' बताते हुए लगभग एक हज़ार पृष्ठों का इतिहास 1907 में लिखा।
-सावरकर भारत के पहले और दुनिया के एकमात्र लेखक थे जिनकी किताब को प्रकाशित होने के पहले ही ब्रिटिश और ब्रिटिशसाम्राज्यकी सरकारों ने प्रतिबंधित कर दिया था।
-सावरकर दुनिया के पहले राजनीतिक कैदी थे, जिनका मामला हेग के अंतराष्ट्रीय न्यायालय में चला था।
-सावरकर पहले भारतीय राजनीतिक कैदी थे, जिसने एक अछूत को मंदिर का पुजारी बनाया था।
-सावरकर ने ही वह पहला भारतीय झंडा बनाया था, जिसे जर्मनी में 1907 की अंतर्राष्ट्रीय सोशलिस्ट कांग्रेस में मैडम कामा ने फहराया था।
-सावरकर वे पहले कवि थे, जिसने कलम-काग़ज़ के बिना जेल की दीवारों पर पत्थर के टुकड़ों से कवितायें लिखीं। कहा जाता है उन्होंने अपनी रची दस हज़ार से भी अधिक पंक्तियों को प्राचीन वैदिक साधना के अनुरूप वर्षोंस्मृति में सुरक्षित रखा, जब तक वह किसी न किसी तरह देशवासियों तक नहीं पहुच गई।
-सावरकर ही वह प्रथम क्रान्तिकारी थे, जिन पर स्वतंत्र भारत की सरकार ने गांधी हत्या का झूठा मुकदमा चलाया और बाद में निर्दोष साबित होने पर माफी मांगी
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