Mangalore Temple incident Rogue Muslim friends confession and surrender
कर्नाटक के मंगलुरू में स्वामी कोरगज्जा मंदिर में तीन दिन पहले शांतिदूत समुदाय के दो लड़के तौसीफ व् रहीम आए और पुजारी के समक्ष क्षमा के लिए रोने गिड़गिड़ाने लगे।
पहले पुजारी को लगा कि वह मजाक कर रहे हैं। किंतु, वह गंभीर थे, दोनों ने पुजारी को बताया कि अपने साथी नवाज के साथ मिलकर उन्होंने ही कुछ दिन पहले मंदिर की दानपेटी में कंडोम डाला था।
नवाज माफी माँगने के लिए जिंदा नहीं था, दानपेटी में कंडोम डालने के बाद उसे एक दिन खून की उल्टियाँ हुईं और फिर पेचिश से उसके मल से खून निकला, अंत में वह अपने घर की दीवारों पर सिर मारते हुए मर गया, मरते समय उसने उन्हें बताया कि कोरगज्जा उन सब पर नाराज हैं
अब सिर्फ़ वही दोनों यानी अब्दुल रहीम और अब्दुल तौफीक ही जिंदा हैं, लेकिन वक्त बीतने के साथ रहीम को भी खून की उल्टियाँ शुरू हो गई हैं, बिलकुल वैसे ही जैसे नवाज को हुई थी।
उसके बाद दोनों अपनी जान जाने के डर से घबराकर पुजारी की शरण में जाकर माफी की भीख माँग करने लगे। भगवान के सामने खड़े होकर दोनों ने सब स्वीकार कर लिया और दया की भीख माँगने लगे।
पुलिस ने कहा है कि दोनों को हिरासत में ले लिया गया है। दोनों अब भी डरे हुए हैं। मीडिया से बात करते हुए पुलिस ने भी कहा कि ये एक रहस्यमयी केस था। आरोपितों के जुर्म कबूलने के बाद सबूत जुटाने की कोशिश हो रही है।
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